सैनिटरी पैड्स बनाने का बिजनेस – How to Start Sanitary Napkin Business in India

सैनिटरी नैपकिन निर्माण की प्रक्रिया

आप सभी को मेरा तहे दिल से नमस्कार, आज मैं आपसे बहुत ही अच्छे और लाभदायक विषय में बात करने जा रहा हूँ  आज मैं जो आप सभी को बताने जा रहा हूँ वह आप सबको जानना बहुत ही आवश्यक है  अगर आप को एक ऐसे business idea की तलाश है जिससे कि आप कम वक्त मे अपने business को बढाना चाहते हैं और उससे मुनाफा कमाने के बारे मे सोच रहे है तो आज मै आप सभी के लिये एक एक ऐसा business लेकर आया हूँ जिसे आप मार्केट से कम दाम मे बेचकर बहुत ज्यादा आमदनी कर सकते हैं तो आइए जानते हैं इस business के बारे मे

यह business idea उनके लिए है जो अपने सामाज की सेवा करना चाहते हैं अगर आप अपने गांव में रह कर कोई बिजनेस शुरू करने के बारे मे सोच रहे हैं, तो आज मै आप सभी को एक आइडिया दे रहा हूँ  इस business को हम सैनिटरी पैड्स बनाने का बिजनेस के नाम से जानते हैं  जिस रफ्तार से भारत विकास की ओर बढ़ रहा है, उसी रफ्तार से इस बिजनेस के बढ़ने की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं  जो लोग इस business के बारे मे अगर थोड़ी सी भी जानकारी रखते हैं तो वे लोग इस business में तुरंत investment कर रहे हैं क्योंकि वह जानते हैं कि वे इसमे उनका कोई घाटा नही है, यह business तो चलेगा ही और यह business स्वास्थ्य और medical से सम्बंधित है तो सरकार भी इसमे उनकी पूरी मदद करेगी  चलिये जानते हैं कैसे?

सैनिटरी नैपकिन ब्रांड इप्सॉस और स्वतंत्र शोधकर्ताओं ने भारत के बहुत सारे ग्रामीण इलाकों में सर्वे किया और पाया कि 66 प्रतिशत लड़कियां periods के समय सावधानियों नही बरततीं हैं और साफसफाई पर ध्यान नही देती हैं, जिसकी वजह से उन्हे कई प्रकार की problems होने लगता है क्योंकि उन्हे इसके बारे में ज्यादा जानकारी नही होता है और उन्हे इसके बारे मे जितनी भी जानकारी वह काफी नही है वहीं 12 फीसदी लड़कियों तक सैनिटरी पैड पहुंचता ही नहीं है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र मे इसका व्यापार बहुत कम है इसकी वजह यह है कि branded pads महंगे होते हैं  पैड के बारे में मालूम भी हो, तो भी 67 प्रतिशत महिलाएं इसका इस्तेमाल नहीं करतीं

ऐसे में यदि आप किसी गांव या छोटे कस्बे में अपना उद्योग शुरू करते हैं और कम कीमत के पैड बनाते हैं, तो आपका बिजनेस जमकर चलेगा इसमे कोई भी दो राय नही है  और तो और चूंकि यह स्वच्छता से जुड़ा business है, इसलिये स्वास्थ्य मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, ग्रामीण मंत्रालय और समाजसेवी संगठन भी आपके उद्योग को बढ़ावा देगा, आपको इसके लिए जगह दिलाने मे मदद करेगी, इसे लगवाने मे भी मदद करेगी और अगर जरूरत पड़े तो सरकार से आपको लोन भी दिलाएगी

अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर यह स‍ब कैसे संभव होगा, उसके लिये आपको हमारे साथ बने रहना होगा  आइए हम आपको ले चलते हैं कर्नाटक के तोरणगल्लू  यह एक छोटा सा कस्बा है बेल्लारी और होस्पेट के बीच  यहां पर सुरक्षा सैनिटरी नैपकिन प्रोडक्शन एवं ट्रेनिंग सेंटर में चार से पांच लोगों का स्टाफ है, जो ग्रामीण महिलाओं के लिये सस्ती दरों पर सैनिटरी पैड बनाता है और जो व्यक्ति अपने गांव या कस्बे मे इसका व्यापार करना चाहता है उसे यहाँ पर उसी पूरी मदद की जाएगी और उसे इस विषय मे पूरी training दी जाएगी कि कैसे आप इसे अपनी जगह पर install करे  यह केंद्र जेएसडब्ल्यू की सोशल सर्विस के तहत संचालित है।

 

पैड की कीमतें


देखा जाए तो market में जो पैड इस समय मौजूद है उसकी कीमत काफी ज्यादा होती है और अगर इस business मे देखा जाए तो इसकी कीमत market से काफी कम होती है  नीचे दिए गए दोनो के पैड की कीमत से आपको स्पस्ट हो जाएगा


सुरक्षा सैनिटरी पैडस्ट्रेट पैड 30 रुपए में 8 पीस। राउंड शेप पैड 15 रुपए के 3 पीस।
ब्रांडेड सैनिटरी पैडस्ट्रेट पैड 150 रुपए में 8 पीस। राउंड शेप पैड 170 रुपए में 8 पीस।

 

कॉटन नहीं पल्प से बनते हैं पैड :


ये सैनिटरी पैड कॉटन यानी रुई नहीं बल्कि पल्प से बनते हैं, जो सोखने की क्षमता ज्यादा रखता है  कई सामाजिक संगठन ग्रामीण महिलाओं को कपड़े से मुक्त‍ि दिलाने की दिशा में कार्यरत हैं।अगर सस्ती दरों में पैड बनने लगे तो भारत के ग्रामीण इलाके और ज्यादा हाईजीनिक होंगे।

अगर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो दो मशीनों से शुरुआत कर सकते हैं अगर आपका बिजनेस ग्रामीण महिलाओं को मदद पहुंचाता है, तो सरकार भी आपकी मदद करेगी।कोई भी इस सेंटर में आकर ट्रेनिंग प्राप्त कर सकता है  यह सेंटर जिंदल स्टील वर्ल्ड द्वारा संचालित है

ये मशीन कैसे काम करती है उसके लिए वीडियो भी देखें नीचे link दिया है :

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7 COMMENTS

  1. इस बिजनेस की शुरुआत कैसे करें मसलन कच्चा माल और मशीन वगैरह कैसे प्राप्त करे ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए क्या करना होगा विस्तृत जानकारी की अपेक्षा है आपसे

  2. इस बिजनेस के बारे में विस्तृत जानकारी की अपेक्षा है जैसे कच्चा माल, मशीनें और ट्रेनिंग कहाँ से प्राप्त करें

  3. लगभग 3 वर्ष पूर्व मैने इस कार्य को करने की सोच बनाई थी लेकिन पारिवारिक कारणों से हिम्मत नहीं कर पाया अब सोच रहा हु यदि पूरी जानकारी मिल जाय यदि आप मुझे मथुरा बुलायगे मै आने के लिए तैयार हूं ।
    मेरा मानना है कि किसी भी कार्य को करने से पूर्व उसकी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिये ।

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