ये चार भारतीय ट्रेनें किसी FIVE STAR होटल से नहीं हैं कम

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ये चार भारतीय ट्रेनें किसी FIVE STAR होटल से नहीं हैं कम

भारतीय रेलवे की कई खासियतें हैं। भारतीय रेलवे जहां दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क में से एक है, वहीं यह एक ऐसी संस्था भी है जहां दुनिया के सबसे ज्यादा लोग काम करते हैं। बहरहाल, यदि आप इंडियन रेलवे के जरिए भारत दर्शन का प्लान कर रहे हैं, तो आप लग्जरी ट्रेनों के बारे में जरूर जानें। भारतीय लग्जरी ट्रेन किसी फाइव-स्टार होटल से कम नहीं हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में।

फाइव-स्टार होटल जैसी है महाराजा एक्सप्रेस

महाराजा एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की लग्जरी ट्रेन है। यह दुनिया की सबसे महंगी ट्रेनों में से एक है। यह कहना गलत नहीं होगा कि यह ट्रेन एक चलता-फिरता फाइव-स्टार होटल है। इस ट्रेन में यात्रा किसी शाही सफर से कम नहीं। यह ट्रेन दिल्ली या मुंबई से होती हुई आगरा, फतेहपुर सीकरी, ग्वालियर, रणथंबोर , वाराणसी, लखनऊ, जयपुर, बीकानेर, खजुराहो, उदयपुर स्टेशनों पर रुकती है। इस ट्रेन में 23 डिब्बे हैं और 88 यात्री सफर कर सकते हैं।

सोने के लिए 14 केबिन

ट्रेन में यात्रियों के सोने के लिए 14 केबिन हैं। हर केबिन में फोन, एलसीडी टीवी, डीवीडी प्लेयर, इंटरनेट, इलेक्ट्रॉनिक लॉकर के साथ हर केबिन में बाथरूम की भी सुविधा है। इंडियन रेलवे की बाकी ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री कभी कल्पना भी नहीं कर सकते कि हमेशा भीड़ और गंदगी के लिए फेमस रही कोई ट्रेन अंदर से इतनी खूबसूरत भी नजर आ सकती है।

ट्रेन में है राजशाही सजावट

इस ट्रेन में राजशाही सजावट की गई है। खाने के लिए ट्रेन के भीतर बाकायदा एक पूरा डिब्बा है। यह दिखने में एक रेस्तरां जैसा लगता है। खास बात यह है कि यह खाना लजीज, बेहतरीन और सोने और चांदी के बर्तनों में परोसा जाता है।

ट्रेन को मिल चुके हैं कई अवॉर्ड्स

इस ट्रेन को साल 2015 और 2016 में सेवन स्टॉर लग्जरी अवॉर्ड भी मिल चुका है। इस ट्रेन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रॉयल स्कॉटमैंन व इस्टर्न एंड ओरिएंटल एक्सप्रेस ट्रेनों से तुलना की जाती है।

15 लाख रुपये तक है किराया

महाराजा एक्स्प्रेस का मजा लेने के लिए आपको जेब थोड़ी ढीली करनी पड़ सकती है। इस ट्रेन का किराया एक लाख पचास हजार से शुरू होकर करीब 15 लाख रुपये तक है। ट्रेन में सफर करने के लिए टिकट की कीमत 1,93,490 रुपये से 15,75,830 रुपये तक रखी गई है।उपरोक्त लेख में बताए गए ट्रेन के किराए और टिकट के दाम में परिर्वतन संभव है।

पैलेस ऑन व्हील्स

भारत में सबसे पहले 26 जनवरी 1982 को पहली लग्जरी ट्रेन दिल्ली से शुरू की गई थी, वो थी ‘पैलेस ऑन व्हील्स’। उस समय लग्जरी ट्रेनों में एकमात्र यही ट्रेन थी, जो विदेशी सैलानियों को भी बहुत लुभाती थी। 23 कोच की इस शाही रेलगाड़ी में 14 सैलून, एक स्पा कोच, दो महाराजा-महारानी रेस्टोरेंट और एक रिसेप्शन कम बार कोच हैं। इसमें 104 पर्यटक राजसी अंदाज में यात्रा कर सकते हैं।

इस ट्रेन की तारीफ में जितने कसीदे पढ़े जाए उतने कम हैं। इस ट्रेन की लोकप्रियता इस हद तक हैं कि भारत का लगभग हर जागरूक व्यक्ति द पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन को जानता होगा। यह भारत की सबसे लग्जरी ट्रेनों में से एक हैं। इस लग्जरी ट्रेन में सफर के लिए बेंचमार्क निर्धारित किया गया है। यह ट्रेन लगभग 35 वर्ष पुरानी हैं लेकिन आज भी यह दुनियी की लग्जरी ट्रेनों की लिस्ट में शामिल हैं।

 

इतना है किराया

पैलेस ऑन व्हील्स के डीलक्स कैबिन में एक रात के लिए एक यात्री का किराया 51,900 रुपये है। वहीं दो लोगों के लिए यह 39,000 रुपये है। सुपर डीलक्स कैबिन में एक रात के लिए एक यात्री का किराया 1,08,000 रुपये है। वहीं दो लोगों के लिए यह 54,000 रुपये है।

डेक्कन ओडिसी

कई सालों के प्रयास के बाद इस ट्रेन की शुरुआत 16 जनवरी, 2004 को हुई थी। ये ट्रेन महाराष्ट्र के खास स्थानों पर जाती है- मुंबई, सिंधुदुर्ग, गोवा, कोल्हापुर, दौलताबाद, चंद्रपुर, अजंता गुफाएं और नासिक. हर स्टेशन या स्टॉपेज एक खास तरह का पर्यटन स्थल है।

इस ट्रेन में कुल 21 डिब्बे हैं। 21 में से 11 डिब्बे यात्रियों के रहने के लिहाज से बनाए गए हैं और बाकी के डिब्बों में डाइनिंग, लॉन्ज, कॉन्फ्रेंस और स्पा की व्यवस्था की गई है। सभी डिब्बों में महाराष्ट्र की सदियों पुरानी अलग-अलग समय की संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। इसका किराया करीब 2.5 लाख रुपये है।

ट्रेन में मिलता है हर तरह का खाना

ट्रेन में इंडियन और इंटरनेशनल ब्रांडों के स्प्राइट्स और वाइन की सुविधा है जो इसे लग्जरी बनाते हैं। इसमें यात्रियों को भारतीय फूड्स के साथ यूरोपीय, चाइनीज और कॉन्टिनेण्टल खाना सर्व किया जाता है। रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स को सन् 2009 में लॉन्च किया गया था।

इसे पैलेस ऑन व्हील्स 2 भी कहते हैं। ये पैलेस ऑन व्हील्स का अपग्रेड वर्जन है। इस ट्रेन में पैलेस ऑन व्हील्स के मुकाबले ज्यादा जगह है। इस ट्रेन का किराया 3 लाख 78 से लेकर 7 लाख 56 हजार तक है।
इतना है किराया

डेक्कन ओडिसी के डीलक्स कैबिन में सात रातें और आठ दिन के लिए एक यात्री का किराया 4,71,380 रुपये है। दो यात्रियों के लिए 6,76,200 रुपये है। वहीं डीलक्स कैबिन में दो बच्चों का किराया 5,07,360 रुपये है। प्रेसिडेंशियल सुइट में एक यात्री का किराया 10,20,880 रुपये है। दो यात्रियों के लिए 10,20,880 रुपये है। वहीं प्रेसिडेंशियल सुइट में दो बच्चों का किराया 5,07,360 रुपये है।

गोल्डन चेरिएट रेलगाड़ी

साल 2008 में गोल्डन चेरिएट का परिचालन शुरू हुआ था। आलीशान गोल्डन चेरिएट रेलगाड़ी में आईआरसीटीसी खूबसूरती के अनुसार कुछ आंतरिक बदलाव भी करेगी। कर्नाटक सरकार करीब 10 सालों से इस ट्रेन को चला रही थी।

ये हैं गोल्डेन चेरिएट की विशेषताएं

गोल्डेन चेरिएट 18 डिब्बों वाली लग्जरी ट्रेन है, जिसमें सैलानियों को वैश्विक स्तर की सुविधाएं मिलेंगी। इसमें 11 लग्जरी एसी सलून के साथ बार लाउंज, बिजनेस सेंटर, जिम और आयुर्वेदिक स्पा होंगे। कुल सात दिन की यात्रा के तहत यह ट्रेन बंगलूरू से रवाना होगी और बंदीपुर टाइगर रिजर्व, मैसूर पैलेस, होलेश्वर मंदिर और चिकमंगलूर में काफी प्लांटेशन, हम्पी, बीजापुर में गोल गुम्बज और गोवा होते हुए सातवें दिन बंगलूरू लौटेगी।

इसी हफ्ते भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन ( IRCTC ) को कर्नाटक सरकार द्वारा सैलानियों के लिए चलाई जा रही आलीशान गोल्डन चेरिएट रेलगाड़ी की जिम्मेदारी मिली है। मंगलवार को इस समझौते पर राजधानी में हस्ताक्षर किए गए। इस संदर्भ में रेल राज्य मंत्री सुरेश सी अंगड़ी ने कहा कि, ‘आईआरसीटीसी लोगों को और बेहतर सेवाएं देगी। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार भी बढ़ेगा।’ साथ ही अंगड़ी ने कहा कि ट्रेन का किराया प्रतिस्पर्धी रखा जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसकी सुविधाओं का लाभ उठा सकें।

इतना है किराया

गोल्डन चेरिएट ट्रेन में सात रातों के सफर के लिए एक यात्री का किराया 2,45,000 रुपये है। दो यात्रियों के लिए 3,50,000 रुपये है और तीन यात्रियों के लिए गोल्डन चेरिएट ट्रेन का किराया 3,78,000 रुपये है।

 

 

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