जानिए केसर की खेती कब और किस तरह से करें, कमाएं लाखों का मूनाफा

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नई दिल्ली। केसर दुनिया में पाया जाने वाला सबसे महंगा पौधा है | इतना महंगा होने के कारण इसे लाल सोना भी कहा जाता है | केसर की खेती करना बहुत ही आसान और सरल है | केसर की फसल में ज्यादा मेहनत की आवश्कयकता नहीं होती और साथ ही इसकी फसल अवधि भी 3 – 4 महीने का होता है | केसर की कीमत भी दिन – ब-दिन बढ़ते जा रहे है | जिससे किसान भाई अच्छा लाभ कमा सकते है |

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केसर की कीमत एवं उपज – saffron Price and yield of saffron in hindi
केसर की कीमत केसर की क्वालिटी पर निर्भर करता है, आज भारत में केसर का मूल्य 1,50,000 से 3,00,000 तक हो गया है |
केसर की फसल से लगभग 2.5 से 3 किलो सूखी केसर प्रति हेक्टेयर उत्पादन हो सकता है |
केसर के लिए उपयुक्त जलवायु – Climate suitable for saffron in hindi
केसर की खेती मुख्यत: समुंद्र तल से 1500 से 2500 मीटर की उंचाई के साथ ही इसे धुप एवं सूखे दोनों ही क्षेत्रो में ज्यादा पाया जाता है | और ठंडा एवं गिला मौसम पौधे के विकास को रोकता है | जिससे काफी फायदा होता है, और साथ ही फूल लगने की क्रिया को भी सुस्त कर देता है | जिसमे काफी अच्छी पराग बनती है |

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केसर की भूमि के लिए उपयुक्त जलवायु कैसी होनी चाहिए- Climate suitable for saffron land 
केसर के उत्पादन के लिए आपको ध्यान देना होगा की जिस खेत में आप केसर की खेती करने जा रहे है उसकी मिटटी रेतीली चिकनी बलुई या फिर दोमट मिट्टी होनी चाहिए | लेकिन केसर की खेती अन्य मिट्टी में भी आसानी से हो जाता है जिस भूमि में पानी का निकास आसानी से हो या किया जा सके | पानी के जमाव के कारण केसर के Corms सड जाते है और फसल बर्बाद हो जाती है इसलिए कोसिस करे की भूमि का चयन करते समय ऐसे भूमि का चयन करे जिसकी मिट्टी में पानी का जमाव नहीं होता हो | अगर भूमि में पानी का जमाव होगा तो फसल काफी हद तक प्रभावित होगी |

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केसर की फसल के लिए भूमी की तैयारी कैसे करे – Preparation of land for saffron crop in hindi
केसर का बीज बोने या लगाने से पहले खेत को अच्छी तरह से जुताई कर मिट्टी को भुरभुरा बना ले और अंतिम जुताई से पहले 20 टन गोबर का खाद और साथ में 90 किलोग्राम नाइट्रोजन 60 किलोग्राम फास्फोरस और पोटास प्रति हेक्टेयर के दर से अपने खेत में डाल कर अच्छी तरह से जुताई कर ले | इससे आपकी जमीन उर्वरक और भुरभरी बनी रहेगी एवं केसर की फसल काफी हद तक अच्छी होगी |

केसर की फसल का रोपण का समय, दर एवं विधि – The time of planting of saffron crop in hindi
किसी भी फसल को रोपने का एक निश्चित या निर्धारित समय होता है और सही समय पर बीज नहीं रोपने से हमे अपेक्षा के अनुसार उपज नहीं मिल पाती है | इसलिए बीज को हमेशा निर्धारित समय पर ही खेतो पर लगाए |
केसर की फसल लगने का सही समय जुलाई से अगस्त है लेकिन मध्य जुलाई के समय को सर्वश्रेष्ठ होती है |
केसर के croms लगाते वक्त ध्यान रखे की croms को लगाने के लिए 6 – 7 cm का गड्ढ़ा करे, और दो corms के बिच की दुरी लगभग 10 cm रखे | इससे croms अच्छे से फलेगी फूलेगी और पराग भी अच्छे मात्रा में निकलेगा |
केसर की खेती के लिए सिंचाई – Irrigation for saffron crop in hindi
केसर की फसल के लिए 10 से. मि. वर्षा की आवश्य्कता होती है | अगर बीज लगने के कुछ दिन बाद हलकी वर्षा हो तो खेत में सिंचाई करने की आवश्यकता नहीं है | लेकिन यदि वर्षा नहीं होती है तो हमे 15 दिन के अंतराल में 2 से 3 बार सिंचाई करने की आवश्य्कता होती है | सिचाई के दौरान यह ध्यान रहे की खेत में कही भी पानी का जमाव न हो और पानी के जमाओ होने पर निकाशी का जल्द ही प्रबंध करना चाहिए | इससे फसल प्रभावित होने से बचे रहेगी |
केसर की खेती की देख रेख कैसे करे – How to handle saffron cultivation in hindi
खेतो में अक्सर जंगली घास पनपते हुए नज़र आते है , इसलिए हमे समय समय पर निरीक्षण करते रहना चाहिए और जंगली घासों को निकालते रहना चाहिए क्योंकि ये हमारे फसल के विकास में बाधक होते है | केसर के अच्छे विकास के लिए रोजाना 8 घंटे धुप की आवश्य्कता होती है जब केसर अपने विकास के मार्ग पर हो अर्थात corms से पौधे निकल कर बड़ा हो रहा हो उस समय पौधे में हर दूसरे दिन पानी डालने की आवश्यक्ता होती है | केसर के पौधो में अक्टूबर के पहले सप्ताह पौधों में फूल लगाने की प्रक्रिया आरम्भ हो जाती है | इस समय केसर के पौधो पर उचित ध्यान से और यह खास कर यह ध्यान दे की किसी तरह का कोई कीड़ा या पतंग नहीं लग रहा हो | क्योंकि अगर प्राग नहीं निकला तो उसमे से केसर भी नहीं निकलेगी |

kesar cultivation

केसर की फसल की कटाई और सुखाई – Saffron harvesting and drying in hindi
केसर के फूल खिलने के दूसरे दिन ही फूल को तोड़ कर रख लिया जाता है | फूल को सूखने में ज्यादा समय नहीं लगता है यह 3 – 4 घंटे में ही सुख जाते है, फूल के सूखने के बाद फूलो से केसर को निकल लिया जाता है और इसे किसी कंटेनर में रख दिया जाता है और जब पूरी फसल कट जाती है उसके बाद इसे धुप में अच्छे से सूखा कर बाजार में बेचा जाता है | एक बार केसर के पैदावार के बाद इसे अच्छे तरह से Pack कर आप इसे किसी भी नजदीकी मंडी में अच्छे दामों में बेच सकते है | क्योंकि कई किसानो की बड़ी समस्या होती है की इसे कहां बेचे तो जानकारी के लिए बताना चाहेंगे की इसे आप नीमच मंडी में बेच सकते है साथ ही आयुर्वेद की मंडी हो वहा भी बेच सकते है इसके साथ ही आप इसे online भी बेच सकते है |
केसर के बीज कहां मिलेगा – buy Saffron Seed
यह किसानो के लिए बड़ी समस्या होती है की किसान भाई केसर का बीज कहां से खरीदेंगे तो आपको बता दें कि ये अब ऑनलाइन आप किसी भी साइट से खरीद सकते है इसके अलावा आप अपने शहर के किसी भी नर्सरी से संपर्क कर सकते है।

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