World Elephant Day: हाथी दिवस पर जानिए ये रोचक फैक्ट्स

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नई दिल्ली। दुनियाभर में 12 अगस्त को हाथी दिवस यानि की (World Elephant Day) मनाया जाता है। एशियाई और अफ्रीकी हाथियों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता पैदा करने और ध्यान आकर्षित करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन को पहली बार 12 अगस्त, 2012 को मनाया गया था और तब से इसे लगातार हर साल मनाया जा रहा है और हाथियों के संरक्षण में मदद किया जा रहा है।

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केन्द्र सरकार लगातार हाथियों की सुरक्षा और उनके हालात सुधारने के लिए काम कर रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया भर में पाए जाने वाले एशियाई हाथियों में से 60 प्रतिशत सिर्फ भारत में हैं। देश में पहली बार 2017 में हाथियों की गिनती हुई। इस वक्त देश के जंगलों में करीब 30 हजार हाथी रह रहे हैं। भारत में इस वक्त 30 एलीफैंट रिजर्व हैं। इसके अलावा देश में 101 एलीफैंट कॉरिडोर भी हैं।

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भारत में इस दिन भारतीय वन्यजीव ट्रस्ट व पर्यावरण, वन तथा जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा गज महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्य पेंटिंग तथा चित्रों द्वारा हाथियों की स्थिति के बारे में लोगों को अवगत कराना है। विश्व भर के कुल 65 वन्यजीव संगठनों द्वारा इस दिवस को मनाया जाता है।
केरल में सबसे ज्यादा मौतें
हाथियों की मौत के मामले में केरल भारत का सबसे बदनाम राज्य है, जहां हर तीन दिन में एक हाथी मारा जाता है।
अपराध की श्रेणी में आता है जानवरों को मारना
किसी जानवर को नुकसान पहुंचाना या उसे मार डालना अपराध की श्रेणी में आता है, लेकिन ऐसा करने वाले बहुत कम लोगों को सजा हो पाती है। वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 के तहत जानवरों को मारने पर तीन साल तक की सजा और 25 हजार रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। दोबारा ऐसा करने पर सात साल तक की सजा हो सकती है।

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जानिए कुछ अन्य रोचक जानकारी
जन्म के 20 मिनट बाद ही हाथी का बच्चा खड़ा हो जाता है। हाथी दिनभर में 150 किलो खाना खा लेता है। अगर वजन की बात करें तो हाथी का वजन 5 हजार किलो तक हो सकता है।
डालिए हाथियों की संख्या पर एक नजर
देश में इस समय 27 हजार हाथी बचे हैं।
02 हजार से ज्यादा हाथियों को बंधक बनाया गया है।
10 लाख हाथी थे देश में एक दशक पहले ।
100 हाथियों को हर साल मार दिया जाता है।
500 लोगों की मौत हो जाती है हाथी से संघर्ष में।

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IUCN की रेड लिस्ट में अफ्रीकी और एशियाई हाथी को असुरक्षित प्रजाति के रूप में रखा गया है। वर्तमान में अफ्रीकी हाथियों की जनसंख्या लगभग 4 लाख है जबकि एशियाई हाथियों की जनसंख्या लगभग 40 हज़ार है।
भारतीय हाथी, एशियाई हाथी की तीन उप-प्रजातियों में से एक है। यह हाथी मुख्य रूप से एशिया में पाया जाता है। वर्ष 2011 में भारतीय हाथी को सरकार ने देश का राष्ट्रीय विरासत पशु घोषित किया था।

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