एंटीमैटर (Antimatter) – दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ, उसके रहस्य, प्रयोग, मंहगे होने की असली वजह और इतिहास- The world’s most expensive substance, its secrets, experiments, real reasons for being expensive and history

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एंटीमैटर (Antimatter) - दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ, उसके रहस्य, प्रयोग, मंहगे होने की असली वजह और इतिहास- The world's most expensive substance, its secrets, experiments, real reasons for being expensive and history

दोस्तों ऐसे तो दुनिया में कई तरह के पदार्थ और धातुएं पायी जाती हैं। उन सब में से कुछ की कीमत इतनी है, जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हो। वैसे तो महंगा पदार्थों का नाम लेते है ही आपके दिमाग में सोना, हीरा, चांदी का ख्याल आता होगा, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। दुनिया में इससे भी कर्ई ज्यादा महंगे पदार्थ मौजूद हैं।

कीमत को मद्देयनजर रखते हुए एंटीमैटर का नाम सबसे पहले आता है। आधे लोगों ने तो इसका नाम सुना भी नहीं होगा। आज के इस के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि एंटीमैटर (Antimatter)  क्या है?, एंटीमैटर (Antimatter)  का इतिहास क्या है, दुनिया भर में पायी जाने वाली सबसे महंगी धातुओं कौन सी हैं और उनकी कीमत और प्रयोग क्या हैं, एंटीमैटर के महंगे होने की क्या है वजह, एंटीमैटर के प्रयोग क्या हैं?

 एंटीमैटर (Antimatter)  क्या है?

एंटीमैटर एक ऐसी वस्तु या पदार्थ है, जिसके परमाणु में हर चीज विपरित पाई जाती है। जैसे कि एटम में नेगेटिव चार्ज वाले न्यूक्लिस होते है और पोसिटिव चार्ज वाले ऑरबिटिंग इलैक्ट्रोन होते हैं। जबकि सामान्यतः ऐसा नहीं होता है। आपको बता दें कि एक एटम में पोसिटिव चार्ज वाले न्यूक्लिस होते हैं और नेगेटिव चार्ज वाले ऑरबिटिंग इलैक्ट्रोन होते हैं।

एंटीमैटर (Antimatter)  का इतिहास (History Of Antimatter)

वैसे तो एंटीमैटर को बनाने में वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत की है, तब जाकर यह अस्तिव में आया है। इसको सर्न (CERN) की प्रयोगशाला में बनाया गया था। बता दें कि इसको बनाने के लिए अत्याधिक उर्जा खर्च होती है। ऐसा कहा जा सकता है कि प्राप्त एंटीमैटर उस उर्जा का एक अरवबां हिस्सा होता है।

एंटीमैटर के महंगे होने की क्या है असली वजह-

जैसे कि आप जानते हैं कि एंटीमैटर दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ है। इसको बनाने के लिए अत्याधिक धन खर्च होता है। नासा के अनुसार 1 मिलीग्राम एंटीमैटर को बनाने में 160 करोड़ रूपए तक का खर्च आ जाता है साथ ही इसकी सिक्योरिटी में भी काफी खर्च किया जाता है। इस पदार्थ को कड़ी सुरक्षा प्रदान की जाती है। कुछ खास लोगों के अलावा इस तक पहुंचने की इजाजत किसी को भी नहीं होती है।

एंटीमैटर (Antimatter) होगा हाईड्रोजन बम (Hydrogen Bomb) से ताकतवर

ऐसा कहा जाता है कि लगभग आधा किलो एंटीमैटर में दुनिया का सबसे ज्यादा खतरनाक और ताकतवर हाइड्रोजन बम से भी ज्यादा विनाशकारी शक्ति होगी। लेकिन इसको प्रयोग में लाने के लिए बहुत बड़ी धन राशि चाहिए होगी। आपको बता दें कि करीब 1 मिलीग्राम एंटीमैटर बनाने की कीमत लगभग 100 अरब डॉलर आएगी। लेकिन, इसका प्रयोग तभी संभव है जब इसकी कीमत में गिरावट आए।

एंटीमैटर का प्रयोग (Uses Of Antimatter)

  • एंटीमैटर का प्रयोग अंतरिक्ष में एक ग्रह से दूसरे ग्रह तक जाने वाले विमानों में ईंधन के रूप में किया जाता है।
  • इसका प्रयोग परमाणु हथियारों को बनाने के लिए भी किया जाता है।
  • इसको अस्पतालों में भी प्रयोग किया जाता है।

 दुनिया भर में पायी जाने वाली सबसे महंगी धातुओं की कीमत और प्रयोग

1. एंटीमैटर (Antimatter) इसकी कीमत लगभग 393.75 लाख करोड़ रूपए प्रति ग्राम है। डॉलर में इस धातु की कीमत 6.25 लाख करोड़ डॉलर है। यदि इस एक ग्राम धातु को बेच दिया जाए, तो बदलें में कई सारें छोटे देशों को खरीदा जा सकता हैं। यही वजह है कि इस धातु को विश्व भर में नंबर एक पर रखा गया है। एंटीमैटर ईंधन के रूप में अंतरिक्षयान और विमानों में प्रयोग किया जाता है।

2. कैलिफोरियम (Californium)- दूसरे नंबर पर आने वाली धातु है कैलिफोरियम, जिसकी कीमत लगभग 170.91 करोड़ रूपए प्रति ग्राम है। यह एक न्यूक्लियर रिएक्टर के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा आपको बता दें कि इसका इस्तेमाल कैंसर के इलाज में भी किया जाता है, जो कि कैलिफोरियम-252 है। इस धातु की खोज अमेरिका के कैलिफोर्निया में हुई थी।

3. हीरा (Diamond)दुनिया भर की सबसे महंगी धातुओं में हीरा तीसरे स्थान पर आता है। इसकी पहचान एक रत्न के रूप में की गयी है। रिसर्च के मुताबिक कुछ हीरे 3.2 अरब साल पुराने है, जिनकी कीमत करीब 34. 81 लाख रूपए प्रति ग्राम है। हीरे का प्रयोग गहने बनाने के लिए किया जाता है, जो आपकी खूबसूरती को चार गुना बढ़ा देता है।

4. ट्रिटियम (Tritium)- धातुओं में चौथे स्थान पर आने वाली धातु है ट्रिटियम, जिसकी कीमत लगभह 18.9 लाख प्रति ग्राम है। इस धातु का प्रयोग बहुत सी जगहों में किया जाता है, जैसे कि दवा बनाने के, महंगी घड़ियों में, रेडियो थेरपी आदि।

5. टैफिट स्टोन (Taaffeite Stone)पांचवे स्थान पर टैफिट स्टोन आता है। इस रत्न की कीमत लगभग 12.6 लाख प्रति ग्राम है। यह हीरे से नरम होता है।

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