Online Fraud से बचने के लिए इन बातों का रखें खास ख्याल, यहां करें शिकायत

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Online Fraud से बचने के लिए इन बातों का रखें खास ख्याल, यहां करें शिकायत

जैसे कि आप सभी जानते है कि ऑनलाइन ठगी के मामले दिन- प्रतिदिन बढ़ते जा रहें है। जिसकी एक बढ़ी वजह है आपकी लापरवाही हो सकती है। आपको इस लेख के माध्यम से हम बताएंगी कि कैसे आप ऑनलाइन ठगी खुद को बचा सकते हैं। फ्रॉड से बचने के लिए कौन सी सावधानियां है जो आपको बरतनी है। इसके अलावा यदि आप ठगी का शिकार हो जाते  हैं तो कैसे और कहां आप इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

चलिए जानते हैं इन सभी सवालों के जबाव-

कौन से तरीके अपनाकर की जाती है ठगी?

  • जालसाज फेक वेबपेज बनाकर या ईमेल के जरिए आपकी सारी निजी जानकारियां ले लेते हैं और आपका पूरा पैसे एकाउंट से निकाल लेते हैं। जिसकी बड़ी वजह आपकी लापरवाही हो सकती है। आपको बता दें कि यूजर्स उस जाली वेबसाइट को असली समझ कर उस पर क्लिक कर देते हैं और फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं।
  • कभी-कभी धोखाधड़ी करने वाले कॉल के माध्यम से भी फ्राड करते हैं। वह कॉल के जरिए किसी भी व्यक्ति की सारी पर्सनल डिटेल मांग लेते हैं और उनके बैंक का सारा पैसे निकाल लेते हैं। इसलिए कभी भी किसी अंजान व्यक्ति के साथ बैंक एकाउंट, OTP नंबर शेयर न करें।
  • कभी-कभी आप बैंक खाते से जुड़ी समस्या को सुलझाने के लिए कस्टमर केयर पर कॉल करने के लिए साइट पर नबंर ढूंढते हैं। ऐसे में जो लिंक पहले आता है, उस पर ही क्लिक कर देते हो। फिर उस फेक कस्टमर केयर नंबर पर जब आप कॉल करते हो तो दूसरी तरफ दूसरा व्यक्ति आपकी सारी निजी जानकारियां कॉपी कर लेता है। जिसका नतीजा यह होता है कि आप धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।

ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए इन बातों का रखें खास ख्याल

  • आपको बता दें कि फोन पर कभी KYC (Know Your Customer) नहीं होता है। यदि आपसे कोई फोन पर KYC के लिए कहे तो अपनी कोई भी जानकारी शेयर न करें। क्योंकि कोई भी बैंक फोन पर KYC के लिए नहीं पूछता है।
  • ठग कई बार KYC के नाम पर गूगल फार्म आपसे भरवा लेते हैं और आपकी सारी डिटेल ले लेते हैं और Verification के लिए आपके मोबाइल पर OTP भेजकर आपसे ठगी करते हैं। इसलिए कभी भी ऐसा कोई फॉर्म न भरें और किसी के साथ अपनी कोई बैंक डिटेल शेयर न करें।
  • अपने कम्प्यूटर, फोन और टैबलेट को प्रोटेक्ट करने के लिए हमेशा अच्छे एंटी वायरस या एंटी मालवेयर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करिए। इसके साथ ही अपने सॉफ्टवेयर अपडेट्स को रोजाना चेक करते रहिए।
  • बेहतर होगा कि आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को कम से कम साल में एक बार जरूर चेक करा लें। ताकि आप मालूम हो सके कि कोई आपके नाम से लोन वगैरह लेकर फ्रॉड तो नहीं कर रहा।
  • अपने अलग-अलग ऑनलाइन अकाउंट्स के लिए एक सा पासवर्ड मत रखिए।
  • पब्लिक वाई-फाई या हॉटस्पॉट का इस्तेमाल करते समय खास सावधानी बरतें। इसके लिए सबसे पहले वाई-फाई के कनेक्शन का नाम देखें। हमेशा विश्वसनीय नाम वाले वाईफाई का इस्तेमाल करें।
  • बैंकिंग ऐप को कभी भी हमेशा विश्वसनीय सोर्स से ही डाउनलोड करें। जिसका पीछा का कारण यह कि आपको यह एप डाउनलोड करते समय बहुत सी जरूरी जानकारियां भरनी पड़ती हैं।

क्या होता है KYC ?

KYC का अर्थ है अपने ग्राहक को जानें। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा केवाईसी प्रक्रिया को मनी लॉन्ड्रिंग, पहचान की चोरी और अवैध लेनदेन जैसे वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने के लिए पेश स्थापित किया गया था। इसके माध्यम से कोई भी बैंक अपने ग्राहकों का नाम, पता या उनसे जुड़ी जानकारियां एकत्रित करने के लिए करता है।

ऑनलाइन ठगी होने पर क्या करें?

  • यदि आपके साथ ठगी होती है, तो अपने नजदीकी थाने या cyber crime  में शिकायत जरूर दर्ज कराएं।
  • यदि आपको cyber crime से जुड़ी कोई भी जानकारी चाहिए तो आप केंद्रीय गृह मंत्रालय के cyber crime  हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करके ले सकते हैं।

Cyber Crime Helpline Number

155260

  • इसके अलावा आप अपने राज्य के साइबर नोडल अधिकारी से भी संपर्क करके अपनी ठगी के बारें में जानकारी देते हुए शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए आपको भारत सरकार की वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर जाकर Contact Us के ऑपशन पर क्लिक करना है। फिर आपके सामने नोडल ऑफिसर के contact no. लिस्ट नजर आएगी, जहां से आप शिकायत दर्ज कराने के लिए उनका नंबर ले सकते है।

यदि आप किसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे है, तो हमें कमेंट के द्वारा अवश्य बताएं, आशा करते है कि आपको इन आसान चरणों से आपकी समस्या को सुलझाने में सहायता मिली होगी।

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