नामर्दी क्या होती है?
यह एक गुप्त रोग होता है, इसे नपुंसकता के नाम से भी जानते हैं, नामर्दी या नपुसंकता क्या होती है? हां मित्रों आज हम इस टॉपिक पर चर्चा करने वाले हैं| और इसके विषय में जानने वाले हैं| नामर्दी या नपुंसकता उसे कहते हैं, जब कोई व्यक्ति अपने जीवनसाथी को सही तरह से संतुष्ट नहीं कर पाता है, या वह जल्दी ही संभोग के चरमोत्कर्ष पर पहुंच जाता है| इसको आम बोलचाल की भाषा में नामर्दी या नपुसंकता के नाम से भी जाना जाता है| यदि किसी मनुष्य का संभोग करने का समय 1:00 या 2:00 मिनट हो, तो यह समझना चाहिए, कि वह व्यक्ति नामर्दी एवं नपुंसकता का शिकार है| यह बीमारी ज्यादा तौर पर अधिक हस्तमैथुन करने से होती है| परंतु इसके दो प्रमुख कारण भी सामने आते हैं|
(a) शारीरिक
(b) मानसिक
मानसिक की बात करें तो ज्यादा सोचने विचारने या ज्यादा टेंशन से नामर्दी या नपुंसकता जैसी बीमारियां उत्पन्न होने की संभावना बढ़ जाती है| यह बीमारी व्यक्ति के लिए बहुत ही शर्म की बात बन जाती है, वह अपने पार्टनर की नजरों में गिर जाता है, और अपने जीवनसाथी से बहुत ही प्रकार के ताने सुनने को मिलते हैं, इस बीमारी से ग्रसित व्यक्ति में वीर्य की मात्रा कम हो जाती है, तथा वह संतान प्राप्ति में बाधक बनती है, और उसे संतान प्राप्ति के लिए अन्य विधियों का प्रयोग करना पड़ सकता है|
नामर्दी किसे कहते हैं?
कभी-कभी व्यक्ति किसी तस्वीर को देखकर ही उत्तेजित हो जाता है, किसी व्यक्ति की लिंग की उत्तेजना के खत्म हो जाने की प्रक्रिया को ही नामर्दी या नपुंसकता कहा जाता है, यह उत्तेजना सेक्स की क्रिया संपूर्ण होने के बाद खत्म होनी चाहिए, जिन पुरुषों में यह नहीं होता है, वह नपुंसकता का शिकार हो जाते हैं, पुरुषों में उत्तेजना स्पर्श एवं विचारों से आती है, इस उत्तेजना का प्रमुख कारण लिंग में खून का संचार बढ़ जाना होता है, परंतु इसके साथ-साथ उचित हार्मोन का होना का होना भी आवश्यक होता है, पुरुषों में 70 साल के बाद तथा स्त्रियों में 45 साल के बाद हार्मोन की कमी होने लगती है| नपुंसकता या नामर्दी के कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हो सकते हैं|
(a) हारमोंस की कमी का होना
(b) नशाखोरी, सिगरेट तथा तंबाकू आदि वस्तुओं का सेवन करने से ही नामर्दी एवं नपुंसकता आ सकती है
(c) मधुमेह भी नपुंसकता होना मरती का कारण बन सकती है
(d) नर्वस सिस्टम में आई कमी से भी यह समस्या उत्पन्न हो सकती है
नामर्दी के लक्षण –
पुरुषों में आमतौर पर erection की प्रक्रिया बहुत ही पेचीदा होती है| जिसमें brain, हारमोंस, इमोशंस, नर्वस, मसल्स, ब्लड ब्रेन सब कुछ मिली रहती है| अगर इनमें से किसी भी अंग में थोड़ी सी भी गड़बड़ी आती है, तो पुरुष नपुंसकता है, या नामर्दी का शिकार हो सकता है| नपुंसकता या नामर्दी के लक्षण इस प्रकार देखने को मिलते हैं –
(a) बाद में को छूते ही डिस्चार्ज होना नपुंसकता या नामर्दी का लक्षण माना जाता है
(b) संभोग के वक्त जल्द ही वीर्य निकल जाना या यूं कहें कि जल्द ही चरमोत्कर्ष के शिखर पर पहुंचकर स्खलित हो जाना भी नामर्दी का लक्षण हो सकता है
(c) संभोग के वक्त लिंग में कड़ापन ना आना या कड़ापन ज्यादा देर तक ना रहना भी लक्षण हो सकता है
(d) यदि वीर का पतलापन दिखना भी नपुंसकता का लक्षण हो सकता है
(e) लिंग का आकार छोटा हो जा रहा है या टेढ़ा होता जा रहा है, तो कहीं ना कहीं आप नपुंसकता या नामर्दी के शिकार होते जा रहे हैं
नामर्दी की पहचान –
नामर्दी नपुंसकता की पहचान कैसे करनी चाहिए? चलिए आज हम यह भी जान लेते हैं| अगर किसी पति की उत्तेजना जल्दी खत्म होने लगे तो यह समझ जाना चाहिए, कि वह नामर्दी या नपुंसकता की बीमारी का शिकार हो सकता है| यदि इसके साथ-साथ लिंग का आकार छोटा अथवा बड़ा होता चला जा रहा है, तो यह भी एक पहचान नपुंसकता की हो सकती है| वीर्य का पतला होना भी नपुंसकता या नामर्दी का लक्षण हो सकता है| इसका सही पता करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए|
सबसे पहले व्यक्ति को इन लक्षणों को दिखने पर फिजिकल टेस्ट कराना चाहिए, इससे पता चलता है, कि ब्लड सर्कुलेशन में क्या दिक्कत है|इस के बाद गुप्तांग की जांच करानी चाहिए तथा कुछ लाइव टेस्ट कराना चाहिए एवं testeron का टेस्ट करवा कर हम अपने डॉक्टर से परामर्श कर सकते हैं| इन सब विधियों से नपुंसकता की सही-सही पहचान की जा सकती है|
नपुंसकता के उपचार –
नपुंसकता के उपचार करने के लिए यह बहुत ही आवश्यक होता है| कि यह पता चले कि नपुंसकता का क्या कारण है, कि उंहें कहीं नपुंसकता हार्मोन असंतुलन, मधुमेह अथवा किसी अन्य कारण से तो नहीं है| सही कारण पता चलने पर नपुंसकता का उपचार किया जाना संभव है| इसके लिए ऊपर बताएगी विधियों का प्रयोग कर सकते हैं| नपुंसकता के उपचार के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपचार इस प्रकार हैं-
(a) अश्वगंधा, सफेद मूसली, शतावर की जड़ तथा पूंजी के बीज को खाने से वीर्य की मात्रा बढ़ती है, यह नपुंसकता को दूर कर सकता है|
(b) गाय का दूध पीने से भी वीर्य की मात्रा बढ़ती है तथा लिंग में कड़कपन आता है
(c) चॉकलेट को खाने से या दूध के साथ पीने से ही यौन उत्तेजना बढ़ती है, यह भी नपुंसकता को दूर करने के लिए कारगर साबित हो सकता है|
(d) बादाम और अखरोट खाने से भी काम शक्ति बढ़ती है, इससे eraction ठीक से होता है
(e) शरीर में जैतून का तेल का उपयोग करने से यह टेस्टोरोन के लेवल को बढ़ाता है, और हाईकोलेस्ट्रोल को कम करता है| यह भी नपुंसकता में लाभ प्रदान कर सकता है