क्या आप जानते हैं प्राचीन काल में कैसे मनायी जाती थी होली? (14 Facts About Holi in Hindi)

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क्या आप जानते हैं प्राचीन काल में कैसे मनायी जाती थी होली? (14 Facts About Holi in Hindi)

 

जैसे कि आप सभी जानते हैं होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतीय और नेपाली लोगों का त्यौहार है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह प्रमुखता से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक हिन्दू लोग रहते हैं वहाँ भी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। रंगों का इस त्यौहार को पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन होली का जलायी जाती है। जबकि दूसरे दिन लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाते हैं।

चलिए अब हम आपको होली से जुड़े कुछ खास और रोचक तथ्यों के बारें में बताते हैं, जो कि इस प्रकार हैं (14 Facts About Holi in Hindi)-

Fact 1- होली को प्रमुखतः धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या धूलिवंदन के नाम से भी पूकारा जाता हैं।

Fact 2जैसा कि आपको मालूम है कि होली का त्यौहार फाल्गुन माह में मनाया जाते है। यही कारण है कि इसे फाल्गुनी भी कहते हैं।

Fact 3भारतीय पंचांग और ज्योतिष के अनुसार फाल्गुन माह की पूर्णिमा यानी होली के अगले दिन से चैत्र शुदी प्रतिपदा की शुरुआत होती है और इसी दिन से नववर्ष का भी आरंभ माना जाता है। इसलिए होली पर्व नवसंवत और नववर्ष के आरंभ का प्रतीक है।

Fact 4होलिकोत्सव केवल हिंदू ही नहीं मुसलमान भी मनाते हैं, जिसका उल्लेख भारत के अनेक मुस्लिम कवियों ने अपनी रचनाओं में किया है।

Fact 5हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसाल होली नाम “होलिका” से आया है, जो कि दानव राजा “हिरण्यकश्यप” की बहन थी।

Fact 6भारत में व्रज, मथुरा, वृन्दावन और बरसाने की लट्ठमार होली व श्रीनाथजी, काशी आदि की होली बहुत ही प्रसिद्ध है।

Fact 7होली का त्यौहार भारत के ब्राग क्षेत्र जहां पर कृष्ण का जन्म हुआ था, वहां पर कम से कम 16 दिनों तक मनाया जाता है।

Fact 8मॉरीशस, फिजी, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, पाकिस्तान और फिलीपींस में भी होली का त्यौहार मनाया जाता है।

Fact 9शास्त्रीय संगीत का होली से गहरा संबंध है। हालांकि ध्रुपद, धमार और ठुमरी के बिना आज भी होली अधूरी है। वहीं राजस्थान के अजमेर शहर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर गाई जाने वाली होली के गानों का रंग ही अलग है।

Fact 10प्राचीन काल में होली के दिन यानि फाल्गुन की पूर्णिमा को महिलाओं द्वारा परिवार की सुख समृद्धि के लिए पूर्णिमा के चांद की पूजा करने की परंपरा थी। वैदिक काल में इस दिन नवात्रैष्टि यज्ञ किया जाता था इसे वसंतोत्सव के रूप में काफी हर्ष उल्लास और नए अन्न के साथ मनाया जाता था।

Fact 11होली का त्योहार प्रहलाद, हिरणाकश्यप व होलिका की धार्मिक कहानी से जुड़ी हुई है। माना जाता है कि प्राचीन काल में हिरण्यकशिपु नाम का एक अत्यंत बलशाली असुर था। अपने बल के दम पर वह स्वयं को ही ईश्वर मानने लगा था। उसने अपने राज्य में ईश्वर का नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी।

जबकि हिरण्यकशिपु का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था। प्रह्लाद की ईश्वर भक्ति से क्रुद्ध होकर हिरण्यकशिपु ने उसे अनेक कठोर दंड दिए, परंतु उसने ईश्वर की भक्ति का मार्ग नहीं छोड़ा।

हिरण्यकशिपु की बहन होलिका को वरदान प्राप्त था कि वह आग में भस्म नहीं हो सकती है। हिरण्यकशिपु ने आदेश दिया कि होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे। आग में बैठने पर होलिका तो जल गई, पर प्रह्लाद बच गया। जिसके चलते ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है।

Fact 12प्रह्लाद की कथा के अतिरिक्त होली का पर्व राक्षसी ढुंढी, राधा कृष्ण के रास और कामदेव के पुनर्जन्म से भी जुड़ा हुआ है।

Fact 13कुछ लोगों का यह भी मानना है कि भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन पूतना नामक राक्षसी का वध किया था। इसी खु़शी में गोपियों और ग्वालों ने रासलीला की और रंग खेला था।

Fact 14होली के अवसर पर लोग स्वादिष्ट पकवान बनाते हैं, जिसमें गुझिया, मालपुआ, दही-बड़ा खास व्यंजन है।

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