चाणक्य नीति: pdf Hindi book free download

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Chanaky Niti pdf hindi book
Chanaky Niti pdf hindi book

किसी भी चीज में सफल होने के लिए सही नीति और रणनीति की जरुरत होती है। इसके लिए गहन अनुभव और ज्ञान की जरुरत होती है। बिना नीति के जो भी काम किया जाता है वह असफल होता है। अगर रणनीति से काम किया जाए तो बिगड़ा काम भी बनाया जा सकता है। वहीं अगर नीतिशास्त्र की जब भी बात आती है तो उसमे चाणक्य का नाम जरूर आता है। चाणक्य भारतीय इतिहास के वो चमकते सूर्य है जो अपने ज्ञान और नीतिशास्त्र से सदियों से राजों महाराजों के लिए प्रेरणा के स्त्रोत रहे है और उनके शासन को दीप्त करते आयें है।

लोग उनकी रचनाओं को पढ़ने के लिए तत्पर रहते है। लेकिन उन्हें पर्याप्त सामग्री नही मिल पाती है। उनकी किताबों को संस्कृत से अंग्रेजी, हिंदी और अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किया गया है। अक्सर चाणक्य की रचनाओं से सम्बंधित किताबों को खरीदने आप बाजारों में जाएंगे तो इसकी कीमत सैकड़ों में होंगी। आज का जमाना इंटरनेट का है। अगर आप किताब को पीडीएफ में पढ़ने के शौकीन है तो आप चाणक्य के नीतिशास्त्र से सम्बंधित एक किताब को फ्री में पीडीएफ (Chanakya Neeti Hindi pdf book free download) में पढ़ सकते है।

किताब का नाम

इस किताब का नाम है ‘चाणक्य नीति’ , इसे आप फ्री में अपने फोन तथा लैपटॉप में डाउनलोड करके पढ़ सकते है। इसके लिए आपको इस पेज पर दिए गए लिंक पर जाकर क्लिक करना होगा। मात्र एक क्लिक में यह किताब डाउनलोड हो जायेगी और आप अपने मनमुताबिक और आराम के हिसाब से इस किताब को पढ़ पायेंगे।

किताब को डाउनलोड करने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें

चाणक्य नीति 

हिंदी पीडीऍफ़ बुक 

Download in Hindi

किताब का विवरण

इस किताब में कुल 17 अध्याय है। अध्याय शुरू होने से पहले इसमें चाणक्य के बारें में बताया गया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चाणक्य के तीन नाम है। पहला ‘विष्णगुप्त’, दूसरा ‘कौटिल्य’ और तीसरा चाणक्य है।

चाणक्य को भारतीय इतिहास का सबसे समझदार और नीतिनिपुण व्यक्ति माना जाता है। उन्होंने घनानंद के घमंड को तोड़ने के लिए चन्द्रगुप्त के साथ मिलकर उसे हरा दिया था। चाणक्य ने राज्य में प्रजा पर कैसे शासन किया जाए, राजा की प्रजा के प्रति क्या सोच होनी चाहिए, राजा कैसा होना चाहिए, जनता और राजा का क्या अधिकार होना चाहिए आदि के बारे में अपने ग्रंथों में बताया है।

चाणक्य के बारे में

चाणक्य को भारत का एक महान राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री माना जाता है। चाणक्य को वात्सायन, मल्ल्नाग, पक्षिस्वामी, अन्गल, द्रमित्व और कौटिल्य तथा विष्णु गुप्त के नाम से भी जाना जाता है।

ऐसा कहा जाता है कि जन्म के समय ही चाणक्य के मुंह में पूरे दांत थे। यह राजा या सम्राट बनने की निशानी थी। लेकिन ब्राहमण परिवार में जन्म लेने के बाद वह राजा बन नही सकते थे इसके लिए उनका क्षत्रिय होना जरूरी था। इसलिए उनके दांत उखड़वा दिए गए।

चाणक्य में जन्मजात नेतृत्वकर्ता के गुण थे। वे अपने हमउम्र साथियों से कही ज्यादा बुद्धिमान और तार्किक थे। इस किताब में यह भी बताया गया है कि कैसे इस भारतीय राजनीतिज्ञ की हत्या हुई।

ऐसी ही जानकारी को फ्री में पढ़ने के लिए इस किताब को डाउनलोड करें।

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