रामनाथ कोविंद के बारे में 50 रोचक तथ्य

रामनाथ कोविंद के बारे में रोचक तथ्य

रामनाथ कोविंद जी वर्तमान में बिहार के राज्यपाल है और उन्हें बीजेपी की तरफ से भारत के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुना गया है. रामनाथ कोविंद जी का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के एक छोटे से गाँव परोंख में ०१ अक्टूबर सन १९४५ में हुआ था. बीजेपी की तरफ से रामनाथ कोविंद जी को जैसे ही राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के रूप में चुना गया सारे देश में उनको लेकर चर्चाओं का बाज़ार गरम हो गया है. रामनाथ कोविंद जी का पेशा वकालत था और उन्हें ०८ अगस्त २०१५ को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया.

रामनाथ कोविंद जी बारे में कुछ रोचक तथ्य निम्नानुसार है:-

  1. रामनाथ कोविंद जी ने सन १९९१ में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और भारतीय जनता पार्टी की ओर से वे राज्यसभा सदस्य रह चुके है.

 

  1. भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से हिन्दू पार्टी है और रामनाथ कोविंद जी अनुसूचित जाति से है और उनकी जाति कोली या कोरी है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी पेशे से वकील रह चुके है और उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट से वकालत की शुरुआत की. वे लगातार तीन वर्षो तक अर्थात १९७७ से १९७९ तक दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र सरकार के सरकारी वकील रह चुके है.

 

  1. १९९१ में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने के बाद सन १९९४ में उन्हें राज्यसभा का सदस्य चुना गया और उन्हें सन २००० में पुनः उत्तरप्रदेश से राज्यसभा का सदस्य निर्वाचित किया गया. राजनाथ कोविंद जी को लगातार १२ वर्षो तक राज्यसभा का सदस्य होने का गौरव प्राप्त है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रहने के साथ साथ वे भारतीय जनता पार्टी के दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके है और तो और उनकी उपलब्धियों को देखते हुए उन्हें कोली समाज के अध्यक्ष पद पर भी नियुक्त किया गया.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी को भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओ जैसे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और सुषमा स्वराज की मौजूदगी में सर्वसम्मति से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी ने अपने छात्र जीवन में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और और आदिवासी दलित महिलाओ के उत्थान के लिए भी सक्रिय रूप से कार्य किया.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी गवर्नर्स ऑफ़ इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट की सदस्यता भी ले चुके है. इनकी कई उपलब्धियों में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करना भी शामिल है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी ने डीएवी कॉलेज से बीकॉम और डीएवी लॉ कॉलेज से लॉ की डिग्री ली और तो और उन्होंने अपने प्रयासों से आईएएस की परीक्षा भी पास की. रामनाथ कोविंद जी की ये एक खासियत ही कहेंगे कि नौकरी करने की बजाये उन्होंने वकालत को ही अपना पेशा चुना.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी के बारे में एक दिलचस्प बात ये भी है कि वे १९७७ में पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई जी के विशेष कार्यकारी अधिकारी भी रह चुके है.

 

  1. हरिद्वार की एक सामजिक सेवा संगठन दिव्य प्रेम सेवा मिशन जिसका उद्देश्य कुष्ठ रोगियों की सेवा करना है उस संस्था के आप आजीवन संरक्षक भी है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार मनोनीत होने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने उन्हें बधाई भी दी है.

 

  1. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने सभी लोगो से अपील की है कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद जी का सभी दलों के वरिष्ठ नेताओ को समर्थन करना चाहिए. ऐसा नहीं करने पर यही माना जायेगा कि वे लोग दलित विरोधी है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी को लखनऊ के डॉ भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट बोर्ड के सदस्य भी रह चुके है. और उन्हें आईआईएम् कोलकाता का बोर्ड और गेवेर्नेंस भी बनाया जा चुका है.

 

  1. एक दलित परिवार में जन्म लेने और कठोर संघर्ष कर सामजिक जीवन बनाने वाले रामनाथ कोविंद जी ने एक मुकाम हासिल किया है. उन्होंने आज जो भी उपलब्धिया हासिल की है और जो आज उन्हें राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार लिए चुना गया है उसमे कही भी उनकी जाति आड़े नहीं आई है.

 

  1. उनकी साफ़ सुथरी छवि और भारतीय जनता पार्टी और देश की उन्नति में दिए गए उनके योगदान को देखते हुए ही आज सर्वसम्मति से रामनाथ कोविंद जी को राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया है.

 

  1. उनकी काबिलियत को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें यूपी भाजपा इकाई का महामंत्री भी बनाया था.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी को जब बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया था तब नितीश कुमार उनकी नियुक्ति से नाराज़ थे और उन्होंने इसका विरोध भी किया था.

 

  1. सन २००७ में रामनाथ कोविंद ने भारतीय जनता पार्टी की तरफ से भोगनीपुर सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन वे चुनाव हार गए थे.

 

  1. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि उनके राजनितिक और सामाजिक योगदान को देखा जाये तो वो एक किसान के बेटे है और वो एक ऐसे राष्ट्रपति के रूप में उभरेंगे जो गरीबो, दलितों और शोषको की आवाज़ बनेंगे.

 

  1. भाजपा और एनडीए ने तो रामनाथ कोविंद को निर्विरोध राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुन लिया है लेकिन विपक्षी दलों और शिवसेना ने अभी तक उनके नाम पर कोई भी सहमति या टिप्पणी नही की है.

 

  1. योगी आदित्यनाथ जी ने भी उनके नाम का समर्थन किया है और सभी दलों से अपील भी की है कि गरीब और दलित परिवार में जन्मे कोविंद जी का चयन यूपी की जनता का ही नहीं बल्कि देश के सभी दलितों का सम्मान है.

 

  1. कांग्रेस नेत्री और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी रामनाथ कोविंद जी के निर्वाचन को सही ठहराया है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी की एक खासियत ये भी है कि वो दलितों को खासकर दलित महिलाओं को मुफ्त में कानूनी सलाह देते थे.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी पढ़े लिखे है, उन्हें कई भाषाओ का भी अच्छा खासा ज्ञान है, कोविंद जी शांत और मृदुभाषी है. उन्हें कम बोलना और शांति व्यवस्था को कायम रखते हुए काम करना पसंद है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी वकील तो है ही और उन्हें कानून, संविधान और उनकी धाराओ की भी अच्छी जानकारी है. देखा जाये तो हर लिहाज़ से वे राष्ट्रपति पद के उचित दावेदार है.

 

  1. नरेन्द्र मोदी जी की राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए एक और पसंद थावर चंद गहलोत भी हुआ करते थे जो कि दलित जाति से ही है लेकिन रामनाथ कोविंद जी के उपरोक्त गुणों के आधार पर ही मोदी जी एवं पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओ ने कोविंद जी को राष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त समझा.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी का राजनीतिक सफ़र १९९१ शुरू होकर अभी तक २०१७ में भी अनवरत जारी है और इतने सालो में भी उनका चरित्र पूरी तरह बेदाग है और ना ही उनके साथ किसी भी तरह का राजनितिक कोई विवाद जुड़ा है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी के राष्ट्रपति पद की घोषणा उन लोगो और दलों के गाल पर सीधा सीधा जोरदार तमाचा है जो लोग अब तक ये समझते थे कि एनडीए और भारतीय जनता पार्टी दलित विरोधी पार्टी है.

 

  1. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश यादव जी साथ कोविंद जी का अच्छा तालमेल है. उन्होंने भी ये स्वीकार किया है कि एक राज्यपाल के रूप में बिहार में उनका कार्यकाल बहुत ही अच्छा रहा है.

 

  1. भाजपा में लालकृष्ण आडवाणी जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता होने के बावजूद भी कोविंद जी को राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया है जो इस बात का सबूत है कि मोदी जी का फैसला तर्कसंगत और न्यायसंगत है.
  1. स्वयं मोदी जी का भी ये मानना है कि कोविंद जी एक बेहतरीन राष्ट्रपति साबित होंगे.

 

  1. कोविंद जी को कानूनी क्षेत्र में उत्कृष्ट अनुभव तो है ही साथ ही साथ संविधान के बारे में उनका ज्ञान और समझ से देश को चहुमुखी लाभ ही होगा.

 

  1. के. आर. नारायण देश के प्रथम दलित राष्ट्रपति है. यदि कोविंद जी राष्ट्रपति बन जाते है तो वे देश के दुसरे ऐसे राष्ट्रपति बन जायेंगे जिनका सम्बन्ध दलित समुदाय से है.

 

  1. कोविंद जी के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से सबका साथ सबका विकास का कहावत सही साबित होती है.

 

  1. कोविंद जी का एक उज्जवल पक्ष ये भी है कि उन्हें लम्बा राजनितिक अनुभव भी है. वो तकरीबन १२ वर्षो तक राज्यसभा के सांसद भी रहे है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी का स्वाभाव बहुत ही सौम्य है और विपक्ष के कई बड़े नेताओ से भी उनके अच्छे सम्बन्ध है.

 

  1. राजनीती में आज भी कई ऐसे बड़े बड़े नेता है जो कि अपनी ऐशोआराम वाली जिंदगी जीने के लिए जाने जाते है लेकिन कोविंद जी आज भी साधारण जीवन जीते है. यहाँ तक कि उन्होंने अपने गाँव का पैत्रिक मकान भी बारातशाला बनाने के लिए दान दे दी.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी के पिताजी पेशे से एक किसान थे और वो गावं के ही एक मंदिर में पुजारी भी थे. कोविंद जी के ४ भाई है और वो सभी भाइयों में सबसे छोटे है.

 

  1. जब कोविंद जी बिहार के राज्यपाल बने तब ऐसी अफवाह थी कि नितीश यादव केंद्र के इस फैसले से नाखुश है लेकिन नीतीश सरकार और कोविंद जी के बीच कभी कोई टकराव की स्थिति नहीं बनी.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी अटल बिहारी बाजपेयी जी के बेहद करीबी माने जाते है.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी ने संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है.

 

  1. यदि रामनाथ कोविंद जी राष्ट्रपति बन जाते है तो उत्तरप्रदेश से इस पद पर आसीन होने वाले वे पहले शख्स होंगे.

 

  1. जब रामनाथ कोविंद जी पहली बार कानपूर के घाटमपुर से लोकसभा के लिए चुनाव लड़ रहे थे तब पूरा गावं उनके समर्थन में खड़ा था लेकिन कोविंद जी चुनाव हार गए थे.

 

  1. रामनाथ जी ने अपनी पढाई पूरी करने के लिए कोर्ट में स्टेनो का भी काम किया है. इस दौरान उन्हें स्कॉलरशिप भी मिलती रही.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी की उम्र जब खेलने कूदने की थी तब वो अपने दोस्तों के साथ ना खेलकर चबूतरे पर बैठ कर पढाई किया करते थे.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी को पढाई करने का बहुत शौक था इसीलिए वो गावं से करीब ८ किलोमीटर दूर प्रयागपुर दिलवल पढने जाते थे.

 

  1. रामनाथ कोविंद जी की सादगी का पता इसी बात से चलता है कि प्रवक्ता होने के बावजूद भी वो कभी टेलीविज़न पर नहीं आये.

 

  1. जब से नरेन्द्र मोदी और अमित शाह ने ये घोषणा की है कि रामनाथ कोविंद हमारे राष्ट्रपति पद के नए उम्मीदवार होंगे तभी से हर कोई ये जानना चाहता है कि आखिर कौन है ये रामनाथ कोविंद ? सारे सोशल मीडिया में और न्यूज़ चैनल में रामनाथ कोविंद जी के ही वीडियो और उनसे जुडी जानकारियाँ दिखाई जा रही है.
  1. रामनाथ कोविंद जी के सामजिक, पारिवारिक और राजनितिक पृष्ठभूमि को देखते हुए ये कहना अतिश्योक्ति न होगी की उनमे एक सच्चे और ईमानदार नेता के पूरे गुण मौजूद है और वो पूरी तरह से राष्ट्रपति पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार साबित होंगे.

कोविंद VS मीरा- जानें किस राज्य में किसको कितने मिले वोट

राज्यों की लिस्ट –

गोवा – रामनाथ कोविंद 25, मीरा कुमार 11

आंध्र प्रदेश – रामनाथ कोविंद 27,189 वोट मीरा कुमार 0

हरियाणा – रामनाथ कोविंद 73, मीरा कुमार 16

जम्मू-कश्मीर – रामनाथ कोविंद 56, मीरा कुमार 30

हिमाचल प्रदेश – रामनाथ कोविंद 13, मीरा कुमार 37

असम – रामनाथ कोविंद 10,556, मीरा कुमार 460

गुजरात – रामनाथ कोविंद 132, मीरा कुमार 49

झारखंड – रामनाथ कोविंद 51, मीरा कुमार 26

बिहार – रामनाथ कोविंद 22490, मीरा कुमार 18867

 अरुणाचल प्रदेश – रामनाथ कोविंद 448, मीरा कुमार 24

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  1. विकास खण्ड गंगोलीहाट के तालापानी के प्रथमिक विधालय मेँ भोजनमाता सरुली देवी जो बुङीया होने के कारण बच्चो को भोजन सफाई से नही बना सकती है और बच्चो को भोजन करने मे काफी तखलीप होती है अतः मोहोदय से निवेन है की सरुली देवी को हटा कर नये भोजन माता का नियुक्त करने की कृपा करेँ

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