कोरोनावायरस महामारी को फैलने से रोकने और कोरोना के मरीजों को ठीक करने की कोशिशों में सभी कोरोना पीड़ित देश जुटे हैं। इसी बीच चीन में एक और नए वायरस ने चीन में दस्तक दे दी है। इस वायरस का नाम है हंता वायरस (Hantavirus)। आपको बता दें कि चीन में हंता वायरस की वजह से 23 मार्च को एक शख्स की मौत की होने की खबर है। जिस वजह से लोगों और भी ज्यादा डर गए हैं।
ग्लोबल टाइम्स की ख़बर के मुताबिक़, हंता वायरस से संक्रमित शख्स जिस बस में सवार था, उसमें सवार 32 लोगों की जांच की गई है।
A person from Yunnan Province died while on his way back to Shandong Province for work on a chartered bus on Monday. He was tested positive for #hantavirus. Other 32 people on bus were tested. pic.twitter.com/SXzBpWmHvW
— Global Times (@globaltimesnews) March 24, 2020
कैसे फैलता है हंता वायरस
- संयुक्त राज्य रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र की वेबसाइट के मुताबिक हंता वायरस मुख्य रूप से चूहों द्वारा फैलता है।
- यह वायरस दुनिया भर के लोगों में विभिन्न रोगों को पैदा करने की क्षमता रखता है।
- CDC के मुताबिक यह वायरस एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में फैलता है।
- अमेरिका में हंता वायरस को “न्यू वर्ल्ड” कहा जाता है और इससे Hantavirus Pulmonary Syndrome हो सकता है।
- इस वायरस का एक और प्रकार है “ओल्ड वर्ल्ड” जो ज्यादातर यूरोप और एशिया में पाया जाता है।
हंता वायरस के लक्षण क्या हैं? (Symptoms of Hantavirus)
- सीडीसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, हंता वायरस चूहों से फैलता है।
- अगर कोई इंसान चूहों के मल-मूत्र या लार को छूने के बाद अपने चेहरे पर हाथ लगाता है, तो हंता संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है। चूहे के काटने से भी हंता वायरस फैल सकता है।
- हंता वायरस की करीब 21 से अधिक प्रजातियां मौजूद हैं।
- अगर कोई व्यक्ति हंता संक्रमित है तो उसे बुखार, दर्द, सर्दी, बदन दर्द, उल्टी जैसी दिक़्क़तें हो सकती हैं।
- हंता संक्रमित व्यक्ति की हालत बिगड़ने पर फेफड़ों में पानी भरने और सांस लेने में तकलीफ़ भी हो सकती है।
- CDC की मानें तो हंता वायरस में मृत्युदर 38 फीसदी होती है।
हंतावायरस का पता लगने में कितना समय लगता है?
हालांकि आमतौर पर हंता वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं जाता है। हंता के संक्रमण का पता लगने में एक से आठ हफ्तों का वक़्त लग सकता है।