स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम ( Startup India Seed Fund Scheme) के बारे में, अब सरकार देगी स्टार्टअप को आर्थिक मदद

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Startup India Seed Fund Scheme
Startup India Seed Fund Scheme in Hindi

स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम ( Startup India Seed Fund Scheme)

भारत में पिछले कुछ सालों मे कई सारे स्टार्टअप उभर कर आये हैं। इन स्टार्टअप की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। वही कई सारे युवा एंट्रेप्रेन्योर ऐसे भी हैं जो स्टार्टअप की शुरुआत तो करते हैं लेकिन फंड की कमी की वजह से उनका स्टार्टअप उड़ान भर नहीं पाता है या इन्वेस्टर उनका स्टार्टअप हड़प लेते हैं जिसकी वजह से उन्होंने जिस लिए स्टार्टअप शुरू किया होता है वह मकसद उनका पूरा नही हो पाता है।

दरअसल दुनिया के कई देशो में स्टार्टअप को मजबूत करने या उन्हें आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए वहाँ की सरकार कदम उठाती है। अमेरिका जैसे देशो में वहां की सरकार स्टार्टअप को आर्थिक मदद पहुंचाने में सबसे आगे रहती है। इसी वजह से वहां की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत हुई है। वहीँ अब भारत सरकार ने भी युवाओं द्वारा शुरू किये गए स्टार्टअप को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए फंड जारी करने का फैसला किया है।

जब स्टार्टअप ढंग से आर्थिक मदद पायेगा तभी वो तरक्की कर पायेगा तभी जाकर देश का विकास संभव हो पायेगा। इसी दिशा में भारत सरकार ने एक योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत सरकार उन स्टार्टअप को आर्थिक मदद प्रदान करेगी जिसमे विकास की आशा होगी। सरकार ने इस योजना का नाम ‘स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम ( Startup India Seed Fund Scheme) नाम दिया है। आइये इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।

‘स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम ( Startup India Seed Fund Scheme) के बारे में

स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (SISFS) का उद्देश्य स्टार्टअप के कांस्पेट के प्रमाण, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, प्रोडक्ट ट्रायल्स, बाजार में प्रवेश और व्यावसायीकरण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है।

SISFS योजना की शुरुआत 5 फरवरी, 2021 को भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से की। इसे चार साल की अवधि के लिए अभी मंजूरी मिली है। इसे 1 अप्रैल, 2021 से लागू किया गया था। आइये इस योजना के कुछ प्रमुख पह्लुयों के बारे में जानते हैं।

– इस योजना का उद्देश्य स्टार्टअप्स को उनकी प्रोजेक्ट के शुरूआती स्टेज में वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
इसे 2021-22 से शुरू होकर चार साल के लिए मंजूरी दी गई है।

– पूरे भारत पात्र इन्क्यूबेटरों के माध्यम से योग्य स्टार्टअप्स को सीड फंडिंग प्रदान करने के लिए अगले 4 सालों में 945 करोड़ की राशि को बांटा जायेगा।

– सरकार का लक्ष्य स्टार्टअप इंडिया सीड फंड योजना से देश के 3600 से ज्यादा स्टार्टअप को मदद करना है।

– यह योजना मई 2020 में शुरू किए गए ‘आत्मानिर्भर भारत अभियान’ के उद्देश्यों से मेल खाती है।

– कांसेप्ट प्रूफ, या प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, या प्रोडक्ट ट्रायल्स के सत्यापन के लिए अनुदान (ग्रांट) के रूप में 20 लाख रूपये का डिपोजिट

– बाजार में प्रवेश करने, व्यावसायीकरण, या परिवर्तनीय डिबेंचर या ऋण या लोंन के माध्यम से स्केलिंग के लिए 50 लाख का निवेश होना

सीड फंडिंग का क्या मतलब होता है? (What is Seed Funding?)

सीड फंडिंग या सीड-स्टेज फंडिंग किसी भी स्टार्ट अप की शुरुआत में किया गया शुरूआती निवेश होता है। आम तौर पर निवेशकों को अक्सर निवेश की गई पूंजी के बदले में इक्विटी यानी कि हिस्सेदारी मिलती है। अगर स्टार्टअप का संस्थापक अपनी बचत का उपयोग व्यवसाय शुरू करने के लिए करते हैं, तो इसे बूटस्ट्रैपिंग कहा जाता है।

स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम के लिए पात्रता (Who all are eligible for SISFS?)

स्टार्टअप को उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) द्वारा मान्यता प्राप्त होना चाहिए।

योजना का आवेदन के समय इसे 2 साल से ज्यादा पहले का होना चाहिए।

सामाजिक प्रभाव, अपशिष्ट प्रबंधन, जल प्रबंधन, फाय्नैन्शियल इन्क्लूजन (वित्तीय समावेशन), शिक्षा, कृषि, फ़ूड प्रोसेसिंग (खाद्य प्रसंस्करण), जैव प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल, ऊर्जा, कपड़ा उद्योग, यातायात, रक्षा, अंतरिक्ष, रेलवे, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों में इनोवेटिव सॉल्यूशन बनाने वाले स्टार्टअप को प्राथमिकता दी जाएगी।

स्टार्टअप को किसी अन्य केंद्र या राज्य सरकार की योजना के तहत 10 लाख रुपये से अधिक की मौद्रिक सहायता प्राप्त नहीं होनी चाहिए।

योजना के लिए इनक्यूबेटर में आवेदन के समय स्टार्टअप में भारतीय प्रमोटरों की हिस्सेदारी कम से कम 51% होनी चाहिए।

स्टार्टअप्स को नोडल एजेंसी द्वारा सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा

स्टार्टअप को इनक्यूबेशन सेंटर में पंजीकृत होना होगा।

सीड ग्रांट का 5% स्टार्टअप में इनक्यूबेटी द्वारा योगदान किया जाएगा

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देश के स्टार्टअप्स के लिए भारत सरकार की प्रमुख निवेश योजनाएं कौन सी हैं?

  • SAMRIDH योजना
  • स्टार्टअप इंडिया पहल
  • ASPIRE
  • प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई)
  • इंडिया वाटर पिच-पायलट-स्केल स्टार्टअप चैलेंज।
  • चुनौती
  • मिनिस्ट्री ऑफ़ स्किल डेवलपमेंट एंड एंट्रेप्रेंयोरशिप

उम्मीद है कि आपको इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी उपयोगी लगी होगी। अगर आप इस योजना से सम्बंधित कोई और जानकारी चाहते हैं या कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेन्ट सेक्शन में जरूर बताएं।

 

 

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