किन्नर किसे होता है?
हमारे समाज में स्त्री और पुरूष के अलावा एक तीसरी जाति भी पाई जाती है, जिसे हिजड़ा या किन्नर कहा जाता है। इसे आजकल ट्रांस जेंडर के नाम से भी पुकारा जाता है। यह एक ऐसी जाति जो न तो पूरी तरह पुरूष होती है और न ही स्त्री। किन्नर दोनों जाति का मिश्रण होते हैं। मतलब इनमें स्त्री और पुरूष दोनों के लक्षण पाए जाते हैं।
किन्नर किसे कहते हैं?
मानव प्रजाति की वह जाति जो न तो स्त्री होती है और न ही पुरुष होता है, वह किन्नर कहते हैं। आमभाषा में इन्हें हिजड़ा भी कहते हैं। इनमे प्रजनन अंग पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाते हैं। जिसकी वजह से ये सामान्य सम्भोग या बच्चा पैदा करने के काबिल नहीं होते हैं।
इनकी खास पहचान इनके प्रजनन अंग से होती है। बता दें कि हिजड़ों का गुप्तांग पूरी तरह विकसित नहीं होता है। इसलिए इनके अंग परूषों और स्त्री के अंगों का मिलावटी रूप होता है। हम आपको बताते हैं कि आखिर कैसे कोई शिशु किन्नर बन जाता है।
किन्नर बनने के पीछे क्या वजह होती है?
दरअसल, जब शिशु मां के गर्भ होता है। उस दौरान जब शरीर के विकास में किसी एक लिंग का निर्धारण होते समय या तो विकास स्थिर हो जाता है या फिर किसी दूसरे लिंग का विकास होने लगता है। ऐसे में जब बच्चे का जन्म होता है, तो वह एक किन्नर होता है।