Home Tags कामसूत्र की 64 कलाएं

कामसूत्र की 64 कलाएं

‘कामसूत्र’ एक यौन क्रिया पर आधारित ग्रन्थ है। इसे ऋषि वात्सायन ने चौथी शताब्दी के आसपास लिखा था। ऋषि वात्सायन ने इस ग्रन्थ में 64 कलाओं का जिक्र किया है। ऐसा कहा जाता है कि इन 64 कलाओं में निपुण व्यक्ति जीवन के किसी क्षेत्र में मात नहीं खा सकता है।

यहाँ यह बताना जरूरी है कि ‘कामसूत्र’ एक यौन क्रिया पर आधारित पर पुस्तक है लेकिन इसमें केवल यौन के बारे में ही नहीं बताया गया है बल्कि इस पुस्तक में स्त्री-पुरुष के आचार-विचार और व्यवहार को लेकर हिया। कामसूत्र में सात हिस्से हैं। इस पुस्तक में बताई गयी 64 कलाई आज के समय भी प्रासांगिक है। इन 64 कलाओं के नाम को नीचे लिखा गया है।

कामसूत्र की रचना वात्सायन ऋषि ने की है। उनके अनुसार जिस व्यक्ति कॊ कामसूत्र की 64 कलाओं का ज्ञान होता है, वह ज्यादा आकर्षित होता है तथ अपने साथी कॊ खुश रखना बखूबी जानता है ।आइये जानें इन 64 कलाओं कॊ:

1. गायन
2. नृत्य
3. संगीतकेयंत्र का ज्ञान
4. पुष्प से माला बनाने का ज्ञान
5. किसी यंत्र के साथ नृत्य और गायन
6. लेखन और चित्रण
7. पौधों से रंग बनाना
8. टैटू बनाने का ज्ञान
9. बिस्तर बनाने का ज्ञान
10. बिस्तर पर फूल बिछाना
11. चित्रकारी
12. जादूगरी
13. पगड़ी बनाना
14. हथियार चलाना
15. गहने बनाना
16. खाना बनाना
17. पहेली सुलझाना
18. अंताकक्षरी का ज्ञान
19. हस्तशिल्प का ज्ञान
20. प्रकृतिक आवाज़ निकालना
21. धातुओं काज्ञान
22. तलवारबाजी
23. लकड़ी की चीज़ बनाने का ज्ञान
24. धनुष चलाना
25. आभूषणों कॊ रंगना
26. रत्नों का ज्ञान
27. बागवनी का ज्ञान
28. तोते कॊ प्रशिक्षण देना
29. भाषाओं का ज्ञान
30. वस्त्रों काज्ञान
31. रथ चलाना
32. दिमागी कसरत का ज्ञान
33. योग का ज्ञान
34. कविता का ज्ञान
35. जुआ खेलना
36. पढाई का ज्ञान
37. मिट्टी के बरतन बनाना
38. युध्द का ज्ञान
39. किसी दूसरे से बात करने कीकला
40. प्यार करने की कला
41. निर्णय लेने की कला
42. शारीरिक स्फूर्ति
43. अपने शरीर काज्ञान
44. दर्द झेलने की कला
45. इशारों में बात करने की कला
46. अपनी बात मनवाना
47. कहानी कहने की कला
48. शीशे से आवाज़ निकालना
49. आँखे पढ़ना
50. चिकित्सा काज्ञान
51. मेहनत
52. शारीरिक क्षमता
53. बुद्धिमान
54. गणित का ज्ञान
55. रसायन का ज्ञान
56. भोजन का ज्ञान
57. अपने वातवरण का ज्ञान
58. अपनी पृथ्वी का ज्ञान
59. जानवरों का ज्ञान
60. हल जोतना
61. दिलकी बातों का ज्ञान
62. मूर्तिकला
63. तर्क्शक्ति
64. भक्ति का ज्ञान

Exit mobile version